दरअसल, मलाद वेस्ट में रहने एक 25 साल की दिव्यांग युवती विराली मोदी ने गृहमंत्री को लॉकडाउन के दौरान होने वाली परेशानी से अवगत कराते हुए उन्हें एक ट्वीट किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि "वो शारिरीक रूप से दिव्यांग है और घर में अकेली रहती है. मैंने घर में खाना बनाने और जरूरी काम करने के लिए एक नौकरानी लगा रखी है लकिन वायरस के प्रकोप और प्रदेश में लॉकडान के चलते वो काम पर नहीं आ पा रही है. ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए?"
इस ट्वीट पर तुरंत संज्ञान लेते हुए गृहमंत्री अनिल देशमुख ने संबंधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष को फोन कर पूरी बात बताई और तत्काल पूरे इंतजाम करने के निर्देश दिए. युवती के ट्वीट करने के मात्र 25 मिनट बाद ही पुलिस इंस्पेक्टर युवती के घर पहुंच गए और सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराईं. इस दौरान उन्होंने युवती को एक विशेष पास के साथ एक ड्राइवर भी मुहैया कराया जिससे वो अपने किसी रिश्तेदार के पास जा सकें.
मात्र 25 मिनट के अंदर मिली इस मदद से युवती को सतके में डाल दिया, जिसके बाद उन्होंने गृहमंत्री का मदद करने के लिए आभार व्यक्त किया. इसके कुछ समय बाद गृहमंत्री अनिल देशमुख ने युवती की मदद के लिए पहुंची पुलिस टीम की सराहना करते हुए कहा कि जब हम एक अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट के बीच में हैं, तो हम समस्या के मानवीय पक्ष को नहीं भूल सकते. राज्य सरकार किसी भी व्यक्ति को मदद पहुंचाने में तत्पर है.