ग्रेटर कैलाश में रहने वाले आर. भसीन ने बताया, हमारे बच्चे अमेरिका में रहते हैं। सिर्फ मैं और पत्नी यहां रहते हैं। हम दोनों डायबिटीज और बीपी के मरीज हैं। हमें लगातार दवाओं की जरूरत पड़ती है। इस दौरान हमें परेशानी हुई तो हमने एसएचओ आर. भसीन को फोन किया, जिसके बाद वो खुद सामान लेकर पहुंच गए। हमें इससे बहुत खुशी हुई।
लॉकडाउन शुरू होने के बाद देशभर से ऐसे मामले सामने आए थे, जिसमें पुलिस पर नागरिकों पर लाठी बरसाने के आरोप लगे थे। कई ऐसी वीडियो और तस्वीरें भी सामने आई थीं, जिनमें पुलिस लोगों को लाठी से मारते उनसे उठक-बैठक लगवाते या उनके माथे पर कुछ लिखती दिखी थी। जिससे पुलिस के रवैये पर सवाल उठे थे। जिसके बाद पुलिस ने अपने रुख में काफी बदलाव किया है। जिसके बाद पुलिस की तारीफ भी हो रही है।

