अयोध्या के गोसाईंगंज कस्बे में पहुंचे रामदास उर्फ पप्पू ने आपबीती सुनाई। उसने कहा कि लॉकडाउन के कारण सब कुछ बंद है। काम बंद होने से जब परिवार भुखमरी के हाल में पहुंच गया तो कोई विकल्प ना होने की वजह से घर की ओर चल पड़े हैं। यह लोग लखनऊ से अपने घर अंबेडकरनगर के जहंगीरगंज थाना इलाके देवरिया गांव को जा रहे हैं।
भुखमरी के हाल में पहुंचे, पैदल चलना एकमात्र विकल्प
रामदास के उसके साथ चार बच्चे और पत्नी सहित कुल छह लोग हैं। ये लोग गुरुवार को रात आठ बजे लखनऊ से चले हैं। बीच में पुलिस वाले मानवता के नाते किसी ट्रक पर बिठा देते तो 10-15 किलोमीटर का सफर आसानी से कट जाता था। लेकिन उसके बाद फिर पैदल चलना ही एक मात्र विकल्प था।
रामदास ने बताया कि रास्ते में उन्हें कहीं भी भोजन पानी नहीं मिला। दो दिन पहले रात में निकलने से पहले केवल रोटी लेकर साथ चले, जिसे अचार के साथ खाकर पानी पी लेते थे। यह केवल रामदास की ही दास्तान नहीं है। उन्होंने बताया कि रास्ते में काफी लोग मिले, जो पैदल ही अपने-अपने घरों का रुख किए हुए हैं।

